मुझे अपने-अपने साथ-साथ दूसरों में भी रुचि है। इस ..दूसरे.. के दायरे में आदमी भी है और उससे अलग भी। अपनी सामान्य सी जिंदगी में चलते फिरते जो भी चीज दिल को छू जाती है, वही इस दायरे में आ जाती है। कोशिश करुंगा कि आप भी उस दायरे में आ जाएं। बिहार के पटना से चला और दिल्ली-नोएडा, हरियाणा, जम्मू में घूमते-घामते जालंधर में छः साल से अधिक समय टिका. जम्मू में तीन महीने गुजारने के बाद 2009 से जून 2012 तक गोरखपुर में रहा। फिलहाल मेरठ में हूं। मेरे मोबाइल का नंबर है 09675897157.
8 टिप्पणियां:
हाय साक्षी बहुत सुन्दर हो बिटुया मेरे मन को तो भा गयी हो मेरी नतिन जैसीेअरे अपना पूरा परिचय दो ना बहुत बहुत आशीर्वाद्
बहुत प्यारी बच्ची है ढ़ेरों आशीष साक्षी को.
प्यारी बच्ची और उसके पापा को पितृदिवस पर शुभकामनायें.
आप सबको बहुत बहुत धन्यवाद.
निर्मला जी, थंक्स. ये हमारी ४ साल की बेटी है और ३ साल जालंधर में गुजार चुकी है.
अब तक तो स्कूल में दाखिला हो गया होगा साक्षी का। वहां टीचरों को तंग करती है या नहीं।
Bahut pyari bitiya hai...iska thought process abhi se shuru ho gaya hai..Dheron aashish meri ore se bitiya ko...aap to humein bhool hi gaye...
क्या हाल है साक्षी, क्या सोच रही हो
Bhai sahab,
Namaskaar.
yaad aye purane din..
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