बेबाक बात कहने का जो आनन्द आमने सामने आता है अभी तक हम ब्लॉग जगत में सहज नहीं हो पा रहे... बहुत पढ़ते हैं और जितना पढ़ते हैं अपने आप को उतना ही असहाय पाते हैं बेबाक होने में... शायद नए साल के नक्षत्र हमारे पक्ष में हों... नव वर्ष की शुभकामनाएँ
मुझे अपने-अपने साथ-साथ दूसरों में भी रुचि है। इस ..दूसरे.. के दायरे में आदमी भी है और उससे अलग भी। अपनी सामान्य सी जिंदगी में चलते फिरते जो भी चीज दिल को छू जाती है, वही इस दायरे में आ जाती है। कोशिश करुंगा कि आप भी उस दायरे में आ जाएं। बिहार के पटना से चला और दिल्ली-नोएडा, हरियाणा, जम्मू में घूमते-घामते जालंधर में छः साल से अधिक समय टिका. जम्मू में तीन महीने गुजारने के बाद 2009 से जून 2012 तक गोरखपुर में रहा। फिलहाल मेरठ में हूं। मेरे मोबाइल का नंबर है 09675897157.
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बेबाक बात कहने का जो आनन्द आमने सामने आता है अभी तक हम ब्लॉग जगत में सहज नहीं हो पा रहे... बहुत पढ़ते हैं और जितना पढ़ते हैं अपने आप को उतना ही असहाय पाते हैं बेबाक होने में... शायद नए साल के नक्षत्र हमारे पक्ष में हों... नव वर्ष की शुभकामनाएँ
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